आपने मेरी पिछली पोस्ट में जाना कि Mutual Fund क्या होते हैं और कैसे काम करते हैं, उसके क्या फायदे और नुकसान होते हैं। अब आज की इस पोस्ट में आइये जानते हैं कि Mutual Fund में SIP क्या होती है, इसमें कैसे निवेश करते हैं, इसमें निवेश करने से हमें क्या फायदा और नुकसान हो सकता है। तो आइये जानते हैं SIP यानी Systematic Investment Plan के बारे में।
एसआईपी का मतलब SIP Meaning In Hindi
SIP यानि Systematic Investment Plan । हिंदी में इसे कहते हैं नियमित रूप से निवेश योजना । लेकिन मैं इसे क्रमबद्ध निवेश योजना कहना चाहूँगा। SIP जिसे सिप भी कहते हैं , में एक निश्चित समय के अंतराल में, एक बराबर राशि एक ही स्कीम में निवेश की जाती है।
मान लीजिये की एक निवेशक के पास दस हजार रुपये है निवेश करने के लिए । तो वह इन्हें एक ही दिन निवेश ना करके SIP में एक हजार प्रति माह के हिसाब से दस माह तक निवेश करता है
एस आई पी इन हिंदी |
यह कम जोख़िम के साथ निवेश का एक आसान तरीका जिसमें अपने आप हर महीने एक निश्चित रकम डाल कर एक बड़े उद्देश्य के लिए बचत कर के मोटी रकम प्राप्त की जा सकती हैं. आप चाहे नौकरी पेशा व्यक्ति हों या गृहणी हों या दुकानदार या कोई आम आदमी, Systematic Investment Plan सभी के लिए है। इसमें हर महीने थोड़ा थोड़ा पैसा लगा कर अपने सपनों को पूरा करने लिए एक बड़ी रकम जमा कर सकते हैं. SIP एक ऐसा प्लान है जिसमें हर महीने, तिमाही, छमाही या वार्षिक में एक निश्चित राशि जमा की जाती है और एक निश्चित समय के बाद निवेशक को एकमुश्त राशि मिल जाती है।
जिन लोगों को शेयर मार्केट की ज्यादा जानकारी नहीं है उनके लिए SIP के द्वारा निवेश करना एक अच्छा विकल्प है इसमें निवेशक का जोखिम कम हो जाता है. SIP निवेश एवं बचत का एक ऐसा तरीका है जिसके अंतर्गत कोई भी निवेशक एक निश्चित अंतराल में एक निश्चित राशि अपनी चुनी हुई म्यूचुअल फण्ड की स्कीम में लगाता है. Gold यानि सोने में भी SIP द्वारा निवेश किया जाता है. SIP द्वारा निवेश करने से अनुशासित तरीके से निवेश करना बहुत ही आसान हो जाता है तथा निवेश का जोखिम भी कम हो जाता है.
कोई भी निवेशक SIP के द्वारा Mutual Fund की सारी स्कीम में अथवा Gold ETF में भी निवेश कर सकता हैं। निवेश का अंतराल प्रति दिन, प्रति सप्ताह , प्रति माह प्रति तिमाही या छमाही रखा जा सकता है। सैलरी पेशा लोगों के लिये यह निवेश का एक आसान तरीका है। हर माह अपनी सैलरी से कुछ बचत करके नियमित और अनुशासित ढंग से बड़ा निवेश किया जा सकता है। किसी भी Mutual Fund में एडवांस चैक दे कर अथवा ऑनलाइन ECS निर्देश दे कर आप सिप शुरू कर सकते हैं । SIP 500 रु प्रति माह जैसी छोटी राशि से भी शुरू किया जा सकता है।
एसआईपी कैसे काम करता है / How SIP works in Hindi
आपको एक कहानी सुनाता हूँ जिससे आपको एसआईपी बेहतर तरीके से समझ में आ जायेगा। कमल और मुकेश दो दोस्त हैं. दोनों ने अपनी अपनी पत्नियों को वादा किया कि अगली शादी की सालगिरह पर सोने क कंगन ले कर देंगे. कमल पूरे साल इंतज़ार करते रहे कि जब सोना सस्ता होगा तब लेंगे. कई बार सोना सस्ता भी हुआ मगर कमल को लगता कि सोना अभी और सस्ता होगा. कमल हार नहीं ले पाए और साल गिरह पर जो कीमत थी उसी पर हार लेना पड़ा।
मुकेश ने पहले महीने से ही गोल्ड ETF में SIP करना शुरू कर दिया. जब जब सोने की कीमत कम हुई या बढ़ी राजेश का निवेश अपने आप हो जाता था. आप खुद ही अंदाज़ा लगा सकते हैं की हार की कीमत किसने ज्यादा ज्यादा दी होगी। जाहिर है कमल ने।
एसआईपी मुख्य रूप से शेयर मार्किट में छोटी छोटी राशि को नियमित रूप से अनुशाशन के साथ म्यूचुअल फण्ड द्वारा निवेश करने का आसान तरीका है।
Advantages of SIP in Hindi / SIP के फायदे
SIP निवेश का एक बेहतरीन तरीका है. अब आइये SIP में निवेश के फायदे जानते हैं।
निवेश के लिये छोटी रकम की जरूरत / Small Amount
निवेश में आसानी / Invest easily
कम जोख़िम ( खतरा ) / Low Risk
अनुशासित निवेश / Disciplined Investment
छोटे निवेशकों के लिये बेहतरीन विकल्प / Best for Small Investors
लचीलापन / Flexibility
कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं / No Extra Charges
शुरुआत करने के लिये अच्छा / Best for Beginners
निवेश के लिये छोटी रकम की जरूरत / Small Amount
SIP में निवेश करने के लिये बेहद कम पैसों की जरूरत होती है। आप ₹500 प्रति माह से भी शुरुआत कर सकते हैं। इस प्रकार छोटा निवेश जेब पर भी भारी नहीं पड़ता और लंबी अवधि में यह बड़ी रकम बन सकती है।छोटी राशि निवेश के लिए निकालना आसान होता है. लम्बे समय तक छोटी छोटी राशि का निवेश आपको बड़ा मुनाफा दे सकता है। सैलेरी वाले लोग अपनी महीने के बजट से छोटी छोटी निवेश इसके जरिये कर सकते हैं। गृहणियां या छात्र भी हर माह अपनी पाकेट मनी से कुछ पैसा बचा कर इसमें निवेश कर सकते हैं।
निवेश में आसानी / Invest easily
SIP में निवेश ऑनलाइन निर्देश दे कर भी किया जा सकता है। निश्चित तारीख को म्यूचुअल फण्ड आपके खाते से तय राशि लेकर आपके चुने हुए प्लान में निवेश कर देता है. इस तरह से हर बार निवेश का झंझट नहीं रहता है और स्वचालित तरीके से निवेश हो जाता है। ना याद रखने की आवश्यकता और ना कहीं जाने की जरूरत।
कम जोख़िम ( खतरा ) / Low Risk
शेयर मार्किट के निवेश में हमेशा जोख़िम रहता है। SIP द्वारा इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश किया जा सकता है। एक नियमित अंतराल में छोटा निवेश, निवेशकों के रिस्क को किसी हद तक कम कर देता है। निवेश से पहले म्यूचुअल फंड के निवेश में जोख़िम को जानना जरूरी होता है । SIP का सबसे बड़ा फायदा यही है। मान लीजिये किसी निवेशक के पास एक लाख रुपये शेयर मार्किट में निवेश के लिए हैं। उसने इसे बाजार में एक साथ लगा दिया। अगले दिन बाजार ऊपर जाएगा अथवा नीचे, कोई नहीं जानता। यदि इसी रकम को थोड़े थोड़े अंतराल में बाँट कर किया जाए तो जोख़िम में कमी आ जाती है.
अनुशासित निवेश / Disciplined Investment
एक बार बैंक को ECS मेंडेट देने के बाद अनुशासित तरीके से अपका निवेश शुरु हो जाता है। नियमित निवेश की आदत हो जाने से निवेश में अपने आप अनुशासन आ जाता है और आप लंबी अवधि तक निवेश करने में सक्षम हो जाते हैं।
छोटे निवेशकों के लिये बेहतरीन विकल्प / Best for Small Investors
ऐसे लोग जो एक साथ बड़ी राशि निवेश नहीं कर सकते वे Systematic Investment Plan का चुनाव करते हैं। इसमें मासिक आय पाने वाले, दुकानदार, गृहणियां,छात्र और कोई भी आम आदमी निवेश कर सकता है। क्योकि इसमें ₹500 प्रति माह से भी निवेश शुरू कर सकते हैं तो जिनकी आय नियमित ना हो वे भी नियमित बचत कर सकते हैं।
लचीलापन / Flexibility
SIP को कभी भी बंद किया जा सकता हैं और इसे बंद करवाने का कोई दंड भी नहीं लगता है। आप एक थोड़े समय के लिये इसे रुकवा भी सकते हैं। अपने लचीलेपन की वजह से लोगों को SIP में निवेश करना अच्छा लगता है।
कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं / No Extra Charges
SIP शुरू करने के लिये कोई अलग से शुल्क नहीं देना पड़ता है। फिर भी आपको इसके सभी लाभ मिलते हैं। बिना किसी अतिरिक्त खर्च के आप Systematic Investment Plan के सभी लाभ ले सकते हैं.
शुरुआत करने के लिये अच्छा / Best for Beginners
ऐसे लोग जो शेयर मार्केट में रुचि रखते हैं लेकिन पैसा लगाने से डरते हैं और ऐसे लोगों के लिये जो पहली बार निवेश में शुरुआत करना चाहते हैं उनके लिये निवेश करने का यह सुरक्षित तरीका है। यह एक साथ निवेश कर बाजार में अचानक होने वाल उतार- चढ़ाव से निवेशकों को बचाता है।
SIP में निवेश के कुछ नुकसान भी हैं। / Disadvantages of SIP
बढ़ते बाजार में कम मुनाफा / Lower returns in Bullish Markets
तय राशि में निवेश / Fixed Amount of Investment
निवेश की तारीख में लचीलेपन का न होना / Flexibility in Investment Day
अंतराल देना मुश्किल / Difficult to Pause
अनियमित आय में मुश्किल / Not suitable with Irregular Income
बढ़ते बाजार में कम मुनाफा / Lower returns in Bullish Markets
यूं तो बाजार की चढ़ती उतरती चाल में SIP फायदेमंद रहता है मगर तेजी से लगातार लंबे समय तक बढ़ती मार्केट में SIP, एकमुश्त निवेश के मुकाबले कम रिटर्न दे सकता है। जब बाजार एकदम मंदी स्थिती में हों और आगे सिर्फ तेजी दिख रही हो तो एकमुश्त निवेश ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। मगर ऐसे मौके को पहचानना बहुत कठिन होता है।
तय राशि में निवेश / Fixed Amount of Investment
यदि किसी महीने , किसी कारणवश आपका मासिक खर्च बढ़ जाता है तो आप SIP की रकम को कम नहीं कर सकते और कठिनाई को सह कर भी SIP में निवेश करना पड़ सकता है।
निवेश की तारीख में लचीलेपन का न होना / Flexibility in Investment Day
SIP की तय रकम (Installment ) एक निश्चित तारीख को आपके बैंक खाते से कट जाती है। इसमें बदलाव करना आसान नहीं होता है।
अंतराल देना मुश्किल / Difficult to Pause
इसे एकदम से रुकवाना या बंद करना मुश्किल हो सकता है। जब तक बैंक या वित्तीय संस्था, जहां आपका SIP चालू है वे आपकी SIP को रोकने के निवेदन प्रोसेस करते हैं तब तक आपका पैसा खाते से कट कर SIP में निवेशित होता रहता है।
अनियमित आय में मुश्किल / Not suitable with Irregular Income
यदि आपके पास नियमित आय का कोई साधन नहीं है तो आपके लिए SIP में नियमित निवेश करना कठिन हो सकता है। ऐसे में आय और निवेश में तालमेल बैठाना कठिन हो सकता है
आपके SIP के दौरान में ऐसा वक्त भी आयेगा जब बाजार में तेजी होगी और आपको अच्छे रिटर्न मिलेंगे । साथ ही ऐसे दौर भी आयेंगे जब बाजार गिरेगा और आपके निवेश में कुछ समय के लिये हानि हो सकती है। लंबे समय का निवेश सदैव आपको फायदा देगा।ऐसे समय में विचलित होने के बजाये धैर्य बनाये रखने की आवश्यक्ता होती है।